| 1. | मनुष्य में जो संपूर्णता सुप्त रूप से विद्यमान है।
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| 2. | पशु में आत्मा सुप्त रूप में निवास करती है, इसलिए वह केवल शारीरिक शक्ति के नियम को ही जानता है।
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| 3. | सुप्त रूप में रहने वाली इन क्षमताओं के विकास के लिए आंतरिक प्रेरणा तो जरूरी होती है, बाह्य वातावरण का प्रभाव भी कम महत्व नहीं रखता।
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| 4. | जब स्वतंत्रता के शुरूआती दशकों में वृद्धि दर कम थी, तब ऊर्जा की समस्या को केवल अल्पावधि अदक्षता तथा आपूर्ति बाधाओं के साथ सुप्त रूप में देखा गया था।
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| 5. | सुप्त रूप में ही सही, विद्यमान हैं? तामसी के स्वर जागे, ' नहीं होते तो काहे भयभीत हो? गोरख, संसार में आकर अविकारी रह सका कोई? लगा देवी हँस उठी हैं.
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